16 महाजनपद Mcq Pdf UPSC Download [ सभी परीक्षा में बार-बार पूछें जानें वाले प्रश्न]
Q.1 प्राचीन भारत में कितने महाजनपद थे? A) 20 B) 16 C) 18 D) 14 Ans. B Q.2 उज्जैन का प्राचीन नाम क्या था? A) … Read more
Q.1 प्राचीन भारत में कितने महाजनपद थे? A) 20 B) 16 C) 18 D) 14 Ans. B Q.2 उज्जैन का प्राचीन नाम क्या था? A) … Read more
मगध प्राचीन भारत के सोलह महाजनपदों में से एक था| यह बुद्ध काल तथा परवर्ती काल में उत्तरी भारत का सबसे शक्तिशाली और समृद्ध जनपद था| इसकी स्थिति मूलत: दक्षिण बिहार के क्षेत्र में थी| इसके अंतर्गत आधुनिक ‘पटना’ एवं ‘गया’ जिला शामिल थे| इसकी राजधानी गिरिब्रज थी| बाद में राजगृह बनी, जो पांच पहाड़ियों से … Read more
छठी सदी से पूर्व उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार में लोहे का व्यापक प्रयोग होने से बड़े-बड़े प्रादेशिक या जनपद राज्यों का उदय हुआ| महाजनपदों की कुल संख्या 16 थी, जिसका उल्लेख बौद्ध ग्रंथ ‘अंगुत्तर निकाय’, ‘महावस्तु’ एवं जैन ग्रंथ ‘भगवती सूत्र’ में मिलता हैं| इसमें मगध, कौशल, वत्स और अवंति सर्वाधिक शक्तिशाली थी| सोलह … Read more
गौतम बुद्ध एक महान धार्मिक गुरु और धर्म संस्थापक थे, जिनका जन्म लगभग 563 ईसा पूर्व (ईसा के पूर्व 6वीं शताब्दी) में नेपाल के लुम्बिनी नामक स्थान पर हुआ था। उन्होंने बौद्ध धर्म की स्थापना की, जिसे बौद्ध धर्म के रूप में जाना जाता है। उनका महान उपदेश चार्वाक, जैन, और ब्राह्मणिक धार्मिक प्रथाओं के … Read more
मोतीलाल नेहरू का जन्म 6 मई 1861 को इलाहाबाद में हुआ था। वह पंडित जवाहरलाल नेहरू के पिता थे। और नेहरू परिवार के प्रमुख थे। वह एक प्रमुख वकील और स्वतंत्रता सेनानी भी थे और उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी भाग लिया। मोतीलाल नेहरू नेहरू परिवार के नेता और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण … Read more
भारत का संविधान अपने स्वरुप में संघीय है तथा समस्त शक्तियां ( विधायी, कार्यपालिका, और वित्तीय ) केंद्र एवं राज्यों के मध्य विभाजित है| यद्धपि न्यायिक शक्तियों का बंटवारा नहीं हैं| संविधान में एकल न्यायिक व्यवस्था की स्थापना की गयी हैं, जो केंद्रीय कानूनों की तरह ही राज्य कानूनों को लागू करती हैं| केंद्र एवं … Read more
स्वराज पार्टी की स्थापना दीनबंधु चितरंजन दास और मोतीलाल नेहरु द्वारा 1 जनवरी 1923 को की गई थी। यह पार्टी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और स्वतंत्रता संग्राम को संविदानिक रूप से समर्थन प्रदान की। स्वराज पार्टी का मुख्य उद्देश्य भारतीय स्वराज्य को प्राप्त करना था। इस पार्टी का समर्थन … Read more