भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का जन्म 3 दिसम्बर 1884 में हुआ था। डा. राजेंद्र प्रसाद भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर भी कार्यरत रह चुके हैं। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था। मंत्रिमंडल में 1946 एवं 1947 मेें कृषि और खाद्यमंत्री का दायित्व भी निभाया था।
डॉ राजेंद्र प्रसाद का जीवन परिचय
राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसम्बर 1884 को बिहार के तत्कालीन सारण जिले (अब सीवान) के जीरादेई नामक गाँव में हुआ था। उनके पिता महादेव सहाय संस्कृत एवं फारसी के विद्वान थे एवं उनकी माता कमलेश्वरी देवी एक धर्मपरायण महिला थीं।
राजेन्द्र प्रसाद के पूर्वज मूलरूप से कुआँगाँव, अमोढ़ा (उत्तर प्रदेश) के निवासी थे। यह एक कायस्थ परिवार था। कुछ कायस्थ परिवार इस स्थान को छोड़ कर बलिया जा बसे थे। कुछ परिवारों को बलिया भी रास नहीं आया इसलिये वे वहाँ से बिहार के जिला सारण (अब सीवान) के एक गाँव जीरादेई में बस गए।
डॉ. राजेंद्र प्रसाद की शिक्षा
पाँच वर्ष की उम्र में ही राजेन्द्र बाबू ने एक मौलवी साहब से फारसी में शिक्षा शुरू किया। उसके बाद वे अपनी प्रारंभिक शिक्षा के लिए छपरा के जिला स्कूल गए। राजेन्द्र बाबू का विवाह उस समय की परिपाटी के अनुसार बाल्यकाल में ही, लगभग 13 वर्ष की उम्र में, राजवंशी देवी से हो गया।
विवाह के बाद भी उन्होंने पटना की टी० के० घोष अकादमी से अपनी पढाई जारी रखी। उनका वैवाहिक जीवन बहुत सुखी रहा और उससे उनके अध्ययन अथवा अन्य कार्यों में कोई रुकावट नहीं पड़ी।
लेकिन वे जल्द ही जिला स्कूल छपरा चले गये और वहीं से 18 वर्ष की उम्र में उन्होंने कोलकाता विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा दी। उस प्रवेश परीक्षा में उन्हें प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था। वर्ष 1902 में उन्होंने कोलकाता के प्रसिद्ध प्रेसिडेंसी कॉलेज में दाखिला लिया।
उनकी प्रतिभा ने गोपाल कृष्ण गोखले तथा बिहार-विभूति अनुग्रह नारायण सिन्हा जैसे विद्वानों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। 1915 में उन्होंने स्वर्ण पद के साथ विधि परास्नातक (एलएलएम) की परीक्षा पास की और बाद में लॉ के क्षेत्र में ही उन्होंने डॉक्ट्रेट की उपाधि भी हासिल की। र
वर्ष 1916 में उन्होंने पटना उच्च न्यायालय में अपना कानूनी कॅरियर शुरू किया। उन्होंने वर्ष 1937 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की पढ़ाई पूरी की।
राजेंद्र प्रसाद की पुस्तकें
राजेंद्र प्रसाद ने अपनी आत्मकथा (1946) के अतिरिक्त कई पुस्तकें भी लिखी जिनमें बापू के कदमों में बाबू (1954), इण्डिया डिवाइडेड (1946), सत्याग्रह ऐट चम्पारण (1922), गांधीजी की देन, भारतीय संस्कृति व खादी का अर्थशास्त्र इत्यादि उल्लेखनीय हैं
राजेंद्र प्रसाद की समाधि स्थल
12 वर्षों तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने के पश्चात उन्होंने 1962 में अपने अवकाश की घोषणा की। अवकाश ले लेने के बाद ही उन्हें भारत सरकार द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाज़ा गया।

डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने राष्ट्रपति पद का त्याग करने के पश्चात् अपना अंतिम समय व्यतीत करने के लिए पटना के निकट सदाकत आश्रम चले गए। यही पर 28 फरवरी 1963 को राजेंद्र प्रसाद की मृत्यु हो गई। यही पर उनकी समाधि स्थल स्थापति की गई हैं जिस समाधि स्थल को महाप्रयाण घाट के नाम से जाना जाता है।
भारत के राष्ट्रपति की सूची
राष्ट्रपति के नाम | कार्यकाल |
राजेंद्र प्रसाद | 26 जनवरी 1950 – 13 मई 1962 |
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन | 13 मई 1962 – 13 मई 1967 |
डॉ ज़ाकिर हुसैन | 13 मई 1967 – 3 मई 1969 |
वराहगिरि वेंकट गिरि | 3 मई 1969 – 20 जुलाई 1974 |
फखरुद्दीन अली अहमद | 20 जुलाई 1974 – 24 अगस्त 1977 |
नीलम संजीव रेड्डी | 24 अगस्त 1977 – 24 अगस्त 1982 |
ज्ञानी जैल सिंह | 24 अगस्त 1982 – 11 फरवरी 1987 |
आर वेंकटरमण | 11 फरवरी 1987 – 25 जुलाई 1992 |
शंकर दयाल शर्मा | 25 जुलाई 1992 – 25 जुलाई 1997 |
के आर नारायण | 25 जुलाई 1997- 25 जुलाई 2002 |
डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम | 25 जुलाई 2002 – 25 जुलाई 2007 |
प्रतिभा पाटिल | 25 जुलाई 2007 – 25 जुलाई 2012 |
प्रणव मुखर्जी | 25 जुलाई 2012 – 25 जुलाई 2017 |
रामनाथ कोविंद | 25 जुलाई 2017 – 25 जुलाई 2022 |
द्रोपदी मुर्मू | 25 जुलाई 2022 – अब तक |
Note:- वी वी गिरी 3 मई 1969 – 20 जाली 1969 तक , न्यायमूर्ति मुहम्मद हियादुल्ला 20 जुलाई 1969 – 24 अगस्त 1969 तक एवं बी डी जत्ती 11 फरवरी 1977 – 25 जुलाई 1977 तक कार्यवाहक राष्ट्रपति के पद पर रहे|
Conclusion |
आशा है की आप इस आर्टिकल को अच्छे समझ गए होंगे और यदि आप के मन में इस आर्टिकल से सम्बंधित कोई सवाल हो तो आप मुझे कमेंट बॉक्स में msg कर सकते हैं|
FAQs
Q.1 भारत के प्रथम राष्ट्रपति कौन हैं।
Ans. भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद है इन्हे 26 जनवरी 1950 को प्रथम राष्ट्रपति के रूप में नियुक्त किया गया।
Q.2 भारत में अब तक कितने राष्ट्रपति बने हैं?
Ans. भारत में अब तक 15 राष्ट्रपति नियुक्त किए गए है जिनमे प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद तथा वर्तमान राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू 25 जुलाई, 2022 को भारत के 15वें राष्ट्रपति बनी।