अन्तर्राष्ट्रीय रेखाएं

उम्मीद है कि आप सभी की study बहुत ही अच्छी चल रही होगी | दोस्तों आज की हमारी यह पोस्ट बहुत ही most important है |क्योंकि इस पोस्ट में हम आपको भारत की सभी अंतर्राष्ट्रीय रेखाएं के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि सभी सरकारी परीक्षाओं के लिए बहुत  ही महत्वपूर्ण है |

रेखा का नाम    – डूरंड रेखा(Durand Line)

देशों के मध्य      -पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान

1886 में सर मॉर्टिमर डूरंड द्वारा निर्धारित किया गया था |

मैकमोहन रेखा(Macmohan Line)

देशों के मध्य   -भारत तथा चीन

1120 किलोमीटर लंबी है रेखा सर हेनरी मैकमोहन द्वारा निर्धारित की गई थी, लेकिन चीन इसे स्वीकार नहीं करता |

रेडक्लिफ रेखा(Radcliffe Line)

देशों के मध्य   -भारत पाकिस्तान

1947 में भारत पाक सीमा आयोग के अध्यक्ष सर सायरिल रेडक्लिफ द्वारा निर्धारित किया गया |

17 वी समांतर रेखा(17th Paraller)

देशों के मध्य  – उत्तरी वियतनाम तथा दक्षिणी वियतनाम वियतनाम की एकीकरण के पहले यह देश को दो भागों में बांटती थी |

24 वीं समांतर रेखा(  24th paraller)

देशों के मध्य  -भारत-पाकिस्तान

पाक के अनुसार कच्छ क्षेत्र का यह रेखा सही निर्धारण करती है लेकिन भारत रेखा को स्वीकार नहीं करता है |

38 वीं समानांतर रेखा(38th paraller)

देशों के मध्य    – उत्तर कोरिया दक्षिण कोरिया

कोरिया को दो भागों में बांटती है |

49 वीं समानांतर रेखा(49th paraller)

देशों के मध्य    -अमेरिका तथा कनाडा

यह रेखा अमेरिका तथा कनाडा को दो भागों में बांटती है |

हिंडनबर्ग रेखा(Hindenburg Line)

देशों के मध्य  – जर्मनी पोलैंड

प्रथम विश्व युद्ध में जर्मनी की सेना यहीं से वापस लौटी थी |

ओडरनास ( Order-Neisses Line)

देशों के मध्य  – जर्मनी तथा पोलैंड

द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद निर्धारित की गई |

मैगिनाट रेखा( Maginot Line)

देशों के मध्य  – जर्मनी तथा फ्रांस

जर्मनी के आक्रमण से बचाव के लिए फ्रांस ने यह रेखा बनाई थी|

सीजफ्राइड रेखा ( Seigfrid Line)

देशों के मध्य  -जर्मनी तथा फ्रांस

जर्मनी ने यह रेखा बनाई थी |

 

 

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