आर्थिक समीक्षा 2020-21

फोकस बिंदु : कोविड-19 महामारी से नुकसान और प्रभाव

केन्द्रीय वित मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत – 29 जनवरी , 2021

मुख्य आर्थिक सलाहकार – कृष्णमूर्ति सुब्रमन्यम

विषय – जीवन और आजीविका की सुरक्षा ( Savinglives & Liveli-hoods) एवं V-आकार सुधार

आर्थिक समीक्षा की मुख्य बिंदु

इस बार जीवन और आजीविका की सुरक्षा पर ध्यान केन्द्रित किया गया है |

वैश्विक आर्थिक उत्त्पाद, 2022 में 3.5% कमी को पाटने के लिए संरचनात्मक ढांचे में संवृद्धि पर बल दिया गया है |

वित्त वर्ष 2020-2021 की दूसरी छमाही में सरकारी खपत के कारण रिकवरी में 17% वृद्धि का अनुमान लगाया है |

वित्त वर्ष 2020-2021 की दूसरी छमाही में निर्यात में 5.8% और आयात में 11.3% की कमी आने की अनुमान है |

इस बार 17 वर्षों में पहली बार चालू खता सरप्लस GDP के 2% के बराबर होने का अनुमान है |

आपूर्ति में वित्त वर्ष 2021 के लिए ग्रास वैल्यू एडेड की विकास दर -7.2% रहने का अनुमान है , जो पिछले वर्ष 3.9% था |

वित्त वर्ष 2021 के दौरान उधोग और सेवा क्षेत्र में क्रमशः 9.6% और 8.8% की कमी हुई |

भारत में सर्वाधिक आयात – चीन अमेरिका यूएई हांगकांग से

भारत का सर्वाधिक निर्यात – अमेरिका चीन यूएई हांगकांग को

कुल FDI प्रवाह 9.8 बिलियन डालर रहा ( नवम्बर महीने में ) भारत उभरते हुए बाजारों में इक्विटी प्राप्त करने वाला एकमात्र देश रहा |

राज्य के अन्दर तथा दो राज्यों के बीच आवागमन बढोत्तरी के कारण GST संग्रह रिकार्ड स्तर पर पहुँचा है |

इस वर्ष चालू खाता सरप्लस GDP का 3.1% रहा |

इस बार वाणिज्यिक निर्यात में 21.2% की कमी जबकि वाणिज्यिक आयात में 39.7% कि कमी आई है

इस बार विदेशी मुद्रा भंडार अगले 18 महिनों के आयात के लिए पर्याप्त है

GDP के अनुपात मे विदेशी कर्ज मार्च ,2020 के 20.6% से बढ़कर सितंबर, 2020 मे 21.6% हुआ |

भारत अपने पड़ोसी देशों और ब्राज़ील को टीका आपूर्ति करने वाला देश बन गया है |

भारत 6 दिन मे सबसे तेजी से 10 लाख टीका लगाने वाला देश बन गया है |

भारत दुनिया की पाँचवी बड़ी अर्थव्यवस्था है | जिसे संप्रभु क्रेडिट रेटिंग कभी भी सबसे कम निवेश ग्रेड ( BBB /Baa3) नहीं दिया गया है | भारत की राजकोषीय नीति रविंद्रनाथ टैगोर की एक निर्भय मन की धारण को स्पष्ट करती है |

स्वास्थ्य क्षेत्र मे सार्वजनिक खर्च को GDP के 1%से बढकर 2.5-3% होने से स्वास्थ्य देखभाल पर खर्च को 65% घटाकर 35% होने का अनुमान लगाया है |

नवोनमेष को बढ़ावा देने के लिए भारत पहली बार नवोनमेष इंडेक्स 50 शीर्ष देशो के क्लब मे प्रवेश किया है | देश मे पेमेंट भागीदारी ( भारतीयों द्वारा ) 36% से बढ़ाकर अधिक करने पर जोर देनी चाहिए |

GST की शुरुआत के बाद से लेकर पिछले 3 माह मे मासिक GST संग्रह 1 लाख करोड़ के आकड़े को पार कर गया हैं |

8 जनवरी, 2021 तक भारत का विदेशी मुद्र भंडार 586.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर के आकड़े को छू गया हैं |

ऋण सेवा अनुपात सितम्बर 2020 के अंत मे 9.7% रहा, जो की मार्च 2020 के अंत मे 6.5% था |

जून से सितंबर के दौरान राज्यों और संघशासित प्रदेशों मे मुद्रास्फीति की दर 3.2 % से 11 % रही, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि मे 0.3% से 7.6% थी|

जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना( एनऐपीसीसी ) के तहत 8 राष्ट्रीय मिशनो की स्थापना की गयी |

प्रधानमंत्री -किसान योजना के अंतर्गत वित्तीय लाभ की 7वीं किस्त मे दिसंम्बर, 2020 में देश के 9 करोड़ किसान परिवारों के बैंक खातों में 18000 करोड़ रुपए की राशि सीधे जमा की गयी |

GVA से जुड़े सकल पूंजीगत निर्माण ( जीसीएफ ) से उत्तार -चढ़ाव की प्रवृती देखने को मिली, जो 2015-16 में 14.7 % की गिरावट के साथ 2013-14 में 17.7% से 2018-19 में 16.4 % पर आ गई |

 

आर्थिक समीक्षा के महत्वपूर्ण आंकड़ें

वित्त वर्ष 2020-21 में

भारत की GDP वृद्धि दर – ( -7.7%)

कृषि क्षेत्र में वृद्धि दर – ( 3.4% )

उधोग क्षेत्र में वृद्धि दर – ( -9.6 % )

सेवा क्षेत्र में वृद्धि दर – ( -8.8 % )

राजकोषीय घाटा – ( 3.5 %)

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक – ( 6.6 %)

थोक मूल्य सूचकांक – ( -0.1 %)

विदेशी मुद्रा भंडार ( 8 जनवरी, 2021 तक ) – 586.1 बिलियन $

वित्त वर्ष 2021-2022 में

भारत की वास्तविक GDP वृद्धि दर – 11%

भारत की सांकेतिक जीडीपी वृद्धि दर – 15.4%

 

 

 

 

 

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