देश का आम बजट आने में महज हफ्ते भर का समय बाकी रह गया है। 1 फरवरी 2022 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी । यह 2014 में सत्ता में आने के बाद जहां मोदी सरकार का 10वां, वहीं वित्त मंत्री के तौर पर सीतरमण का चौथा बजट होगा। कोविड -19 महामारी की तीसरी लहर और बढ़ती महंगाई की मार के बीच इस बजट के लोक-लुभावन होने की उम्मीद की जा रही है। अर्थशास्त्रियों, कर विशेषज्ञों और वेतनभोगी वर्ग को बजट 2022 से कई क्षेत्रों में उम्मीदें हैं
31 जनवरी को आर्थिक सर्वेक्षण :-
बजट पेश करने से एक दिन पहले यानी 31 जनवरी को केंद्र सरकार की ओर से संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा। वित्त मंत्रालय का एक प्रमुख वार्षिक दस्तावेज, आर्थिक सर्वेक्षण पिछले वित्तीय वर्ष में देश के आर्थिक विकास की समीक्षा करता है। यह सभी क्षेत्रों-औद्योगिक, कृषि, विनिर्माण सहित अन्य के डाटा का पूरा विवरण देता है। गौरतलब है कि भारत में पहला आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष 1950-51 में प्रस्तुत किया गया था। 1964 तक बजट और आर्थिक सर्वेक्षण एक साथ पेश किए गए। फिर 1964 के बाद, दोनों अलग हो गए
संसद का बजट सत्र दो चरणों में होगा:-
जिस तारीख को भारतीय आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा उस दिन संसद का बजट सत्र भी शुरू हो जाएगा। 31 जनवरी को इसकी शुरुआत दोनों सदनों में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से होगी। सत्र की पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक चलने वाला है। इसके बाद दूसरे सत्र के लिए पैनल 14 मार्च को फिर से इकट्ठा होगा और 8 अप्रैल तक बैठेगा।
बजट के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य:-
1- देश का आम बजट वित्त मंत्रालय अन्य संबंधित मंत्रालयों के परामर्श से तैयार करता है।
2- 2017 तक बजट से अलग एक रेल बजट पेश होता था, जो एक साथ पेश होने लगा।
3- 2017 से बजट 1 फरवरी को सुबह 11 बजे पेश होने लगा, पहले फरवरी के अंत में आता था।
4- बजट भाषण का रन टाइम औसतन 90 मिनट से 120 मिनट तक होता है।
5- निर्मला सीतारमण ने 2021-22 में सबसे लंबा बजट भाषण दिया जो 160 मिनट चला।
6- सीतारमण से पहले सबसे लंबा बजट भाषण जसवंत सिंह ने 2003 में 135 मिनट का दिया था।
7- सबसे छोटा भाषण हिरूभाई एम पटेल ने 1977 में दिया था जिसमें 800 शब्द बोले थे।