महात्मा गांधी, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता और अनुयायी थे। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था। उन्होंने विभाजन के बिना एक एकजुट भारत की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने सत्याग्रह, अहिंसा, और खुदाई की महत्वपूर्णता को बताया और उनके नेतृत्व में भारतीयों ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ जन आंदोलन आयोजित किए।
महात्मा गांधी जी का जीवन
महात्मा गांधी, जिनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था, 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में पैदा हुए थे। उनका प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय स्कूल में हुआ था और फिर उन्होंने लंडन की उच्चतम शिक्षा के लिए भारत छोड़ दिया। वह वहां वकालत की पढ़ाई करते हुए इंग्लैंड में जीवन की मूलभूत साक्षरता प्राप्त की और वहां पर उनका गोरमन समाज के खिलाफ विचार पैदा हुआ।
1893 में, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में अपार्टहेड नीति के खिलाफ संघर्ष करने का निर्णय लिया, जिससे उनका आंदोलनीकरण आरंभ हुआ। इसके बाद, उन्होंने सत्याग्रह और अहिंसा के मूल्यों को अपनाया और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
महात्मा गांधी का प्रारंभिक जीवन उनके विचारों और संघर्षों की शुरुआत थी, जोने उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नया मार्ग दिलाया और उन्हें “बापू” के रूप में पुकारा
गांधी जी का पूरा जीवन स्वतंत्रता संग्राम में समर्पित रहा। उन्होंने चंपारण और खेड़ी सत्याग्रह जैसे आंदोलनों का नेतृत्व किया, जिनसे किसानों और गरीबों की समस्याओं को उजागर किया। उनका आदर्श व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में भी प्रेरणास्त्रोत बना रहा।
1947 में भारत को स्वतंत्रता मिली और उसके बाद गांधी जी ने अपने विशेषज्ञता को सामाजिक सुधारों में दिलाया। वे हिन्दू-मुस्लिम एकता की दिशा में कई प्रयास किए और जनसाधारण के बीच सद्भावना बढ़ाने के लिए काम किया।
दुखदी तौर पर, 30 जनवरी 1948 को, नाथूराम गोडसे द्वारा उनकी हत्या हो गई, लेकिन उनकी विचारधारा और आदर्श आज भी हमारे दिलों में जीवंत हैं।
महात्मा गांधी जी की शिक्षा
महात्मा गांधी की शिक्षा उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं से प्राप्त हुई। उनकी शिक्षा की कुछ मुख्य बातें निम्नलिखित हैं।
धार्मिक शिक्षा – गांधी जी का बचपन धार्मिक वातावरण में गुजरा था। उनके पिता कार्वक गांधी एक पूजारी थे, जिसके कारण गांधी जी को धार्मिक शिक्षा और मौन व्रत का अभ्यास होता रहा।
उच्च शिक्षा – गांधी जी ने प्रारंभिक शिक्षा पोरबंदर में प्राप्त की और फिर इंग्लैंड गए, जहाँ उन्होंने कानून की पढ़ाई की।
आदर्शों की शिक्षा – उनकी माता-पिता ने उन्हें सत्य, अहिंसा, और सरलता के आदर्शों की महत्वपूर्णता सिखाई।
विद्या-वान्यास्य – गांधी जी ने विद्या के साथ ही वाणिज्यिक विद्या की भी प्राप्ति की, जिससे उन्हें आर्थिक प्रबंधन की कला में भी अच्छी जानकारी हासिल हुई।
विदेशी शिक्षा – इंग्लैंड जाकर उन्होंने कानून की पढ़ाई की, लेकिन वह वहाँ भारतीय समाज की स्थिति और अपार्टनेडिके सिस्टम के विरोध में भी जुट गए।
अध्यात्मिकता – गांधी जी ने अपने जीवन में आध्यात्मिकता को महत्वपूर्ण बनाया और वे विचार करते थे कि सत्य और अहिंसा के माध्यम से ही उन्हें सच्चे मार्ग पर चलने की शिक्षा मिलती है।
गांधी जी की शिक्षा उनके विचारों, नैतिकता, और सामाजिक सुधारों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का परिणाम थी। उनका संदेश शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण था, क्योंकि उन्होंने शिक्षा को समाज के सुधार में एक महत्वपूर्ण औजार माना।
भारतीय आंदोलन में गांधी जी की भूमिका
महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण और प्रेरणास्त्रोत थे। उनकी भूमिका निम्नलिखित आंदोलनों में थी:
सत्याग्रह – गांधी जी ने सत्याग्रह को स्वतंत्रता संग्राम का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया। वे यह मानते थे कि अहिंसा और सत्य के माध्यम से ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ लड़ा जा सकता है। वे चंपारण, खेड़ी, दांडी मार्च आदि के सत्याग्रह आंदोलनों के नेता रहे हैं।
नमक सत्याग्रह – गांधी जी ने नमक के आंदोलन के माध्यम से ब्रिटिश सरकार के करों पर विरोध किया और भारतीयों को आपातकाल में भी आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी।
खिलाफत आंदोलन – गांधी जी ने खिलाफत आंदोलन का समर्थन किया, जिसमें मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने उनसे सहयोग मांगा था। इससे हिन्दू-मुस्लिम एकता की प्रेरणा मिली और वे इस आंदोलन के माध्यम से आपसी सद्भावना को बढ़ाने का प्रयास किया।
वायलेट सत्याग्रह – गांधी जी ने ब्रिटिश सरकार के वायलेट अधिनियम के खिलाफ सत्याग्रह किया, जिसमें उन्होंने विभाजन के खिलाफ भारतीयों को एकजुट होने के लिए प्रेरित किया।
गांधी जी की अहिंसा, सत्य, और सामंजस्य संघर्ष की दृष्टि ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को मार्गदर्शित किया और उन्होंने संग्राम में जनसमर्थन को प्राप्त किया|
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महात्मा गांधी द्वारा लिखी गई पुस्तक
महात्मा गांधी ने अपने जीवनकाल में कई पुस्तकें लिखी जिनमें उन्होंने अपने विचार, सोच और मार्गदर्शन को सांझा किया। कुछ महत्वपूर्ण पुस्तकें निम्नलिखित हैं।
हिन्द स्वराज (Hind Swaraj) – यह पुस्तक गांधी जी की विचारधारा का एक महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान है, जिसमें उन्होंने भारतीय स्वराज्य की वास्तविकता को समझाया और उसके लिए उनके दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया।
My experiments with Truth (सत्य के प्रयोग अथवा आत्मकथा) – यह आत्मकथा है, जिसमें गांधी जी ने अपने जीवन की कहानी और सत्याग्रह के सिद्धांतों को साझा किया।
सार्वधर्म समभाव(The Essence of Hinduism) – इस पुस्तक में गांधी जी ने हिन्दू धर्म की महत्वपूर्ण बातों को संक्षेपित रूप में प्रस्तुत किया।
भागवद गीता अनुभाष्य (Anasaktiyoga) – इस पुस्तक में गांधी जी ने भगवद गीता के तत्त्वों को समझाने का प्रयास किया और उसके आदर्शों को व्याख्या की।
युगधर्म(My Religion) – इस पुस्तक में गांधी जी ने अपने धार्मिक दृष्टिकोण को व्यक्त किया और उन्होंने आत्मा, भगवान, धर्म, और सत्य के प्रति अपने विचार साझा किए।
ये केवल कुछ पुस्तकें हैं, जो महात्मा गांधी द्वारा लिखी गई थीं। उनके द्वारा लिखी गई अन्य पुस्तकें भी हैं जो उनके विचारों, सोच, और दृष्टिकोण को समझने में मदद करती हैं।
महात्मा गांधी जी का राजनैतिक जीवन
महात्मा गांधी का राजनैतिक जीवन उनके भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में था। उन्होंने अपने जीवन भर में असहमति और विभिन्न आंदोलनों के माध्यम से ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष किया।
उनका राजनीतिक जीवन सत्याग्रह, अहिंसा, आसहमति, और सामाजिक समरसता के मूल्यों पर आधारित था। उन्होंने विभाजनों को दूर करने के लिए कई आवाजाहीन समझौतों का समर्थन किया और भारतीय समाज में सामाजिक और आर्थिक सुधार की मांग की।
उन्होंने चंपारण और खिलाफत आंदोलन जैसे आंदोलनों का प्रमुख नेतृत्व किया, जो लोगों के बीच जागरूकता और एकता को बढ़ावा देने में मदद किया। उनका राजनैतिक योगदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नया दिशा देने में महत्वपूर्ण था।
महात्मा गांधी की मृत्यु
महात्मा गांधी की मृत्यु 30 जनवरी 1948 को हुई थी। उन्हें नाथूराम गोडसे नामक एक व्यक्ति ने दिल्ली के बीरला हाउस में गोली मारकर हत्या की थी।
महात्मा गांधी की समाधि स्थल
महात्मा गांधी की समाधि राजघाट, नई दिल्ली, भारत में स्थित है। वहाँ पर उनकी अशेष सेवाओं को याद करते हुए उनका स्मृति स्थल स्थापित किया गया है।
Conclusion |
आशा है की आप इस आर्टिकल को अच्छे समझ गए होंगे और यदि आप के मन में इस आर्टिकल से सम्बंधित कोई सवाल हो तो आप मुझे कमेंट बॉक्स में msg कर सकते है।
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